Uncategorized एक खत वृद्धाश्रम से घर को – पूनम कौर by Saptarshi Nag By Punam Kaur, Alipurduar घर देखे कितने साल हो गएआधे काले बाल भी अब पूरे सफेद हो गए,ले चल बेटा मुझे यहां सेपोते को खिलाए जाने कितने जनम हो गए !मन नहीं लगता इस वृद्धाश्रम मेंना कहूंगा कुछ, ना करूंगातेरे आज्ञा के…